कवि विमल कीर्ति अपभ्रंश भाषा के कवियों में कवि विमल कीर्ति भी बहुत प्रसिद्ध हैं कवि विमल कीर्ति का समय तेरहवीं शताब्दी माना गया है। इनकी एक रचना सोखवई विहाण कहा उपलब्ध है। इसमें व्रत विधि और उसके फल का निरूपण किया गया है ।